अलीगढ़, उत्तर प्रदेश। क्या किसी के पास जबाव है ??
दोस्तों पाखंडवाद को नंगा करने का यही सर्वश्रेष्ठ समय है, जब कोरोना वायरस के कारण ब्राह्मणों के पाखंड की सभी दुकानें जैसे मंदिर, पूजापाठ, हवन-यज्ञ, तंत्र-मंत्र, अनुष्ठान, आशीर्वाद, चमत्कार, टोना, टोटके, ताबीज की सब दुकानें बंद हो गई हैं....
पूजापाठ, तंत्र-मंत्र, हवन-यज्ञ, अनुष्ठान से बड़ी से बड़ी समस्याओं और गंभीर से गंभीर बीमारियों के ठीक होने के दावों की पूरी की पूरी पोल खुल गई है....
एक कोरोना वायरस के कारण देश के नामीगिरामी, नामचीन, विश्वविख्यात 33 करोड़ देवी, देवताओं और भगवानों के मंदिर बंद हो गए हैं....
अंधभक्त, अपनी किस्मत चमकाने और आशीर्वाद पाने के लिए जिनके दर्शन के लिए दो-दो किलोमीटर लम्बी लाइनों में घंटों खड़े रहते थे....
आज वो सब भक्तों को दर्शन और आशीर्वाद देने के लिए बंद पड़े हैं....
उनके दर्शन और आशीर्वाद से भक्तों का भला करने का दावा करने वाले खुद पंडे-पुजारी कोरोना वायरस के कारण मंदिर छोड़ कर भाग चुके हैं।
पाखंडवाद को समझो।
यही है एकलव्य मानव संदेश