तरबगंज, गोण्डा, उत्तर प्रदेश, एकलव्य मानव संदेश रिपोर्टर बद्रीप्रसाद निषाद की रिपोर्ट। फाँसी के फंदे से लटकता मिला 35 वर्षीय मजदूर का शव। गोन्डा जनपद के तरबगंज थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत सेझिया (मजरे बलूहा) में 25 मई की शाम को आर्थिक तंगी से जूझ रहे एक मजदूर युवक ने फांसी लगा ली।
सेझिया बलुआ में गिलयी राजभर उर्फ दरोगा पुत्र मोतीलाल मजदूरी करके अपने बच्चों का पालन पोषण करता था। लौक डाउन की वजह से मजदूरी नहीं नहीं मिल रही थी। उससे पहले गिलयी ने एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी से 50 पचास हजार रुपये का लोन लिया था, जो हर हफ्ते किस्त में देना था। लेकिन आमदनी नहीं बन्द हो जाने के कारण पैसा नहीं चुकाया जा रहा था। लेकिन कंपनी के अधिकारी ने कहा था कि किस्त चाहिए। इसी बात को लेकर मृतक गिलयी उर्फ दरोगा काफी परेशान था। उलझन में आकर भोर में छत के हूक में दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली। सुबह जब उसकी छोटी लड़की सोकर जागी तो देखा कि उसके पापा की लाश छत से लटक रही है तो चिल्लाने लगी। शोरगुल सुनकर सभी गांव वाले दौड़ते हुए पहुंचे तो देखा शव लटक रहा है। पुरे गांव में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी व बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। परिवार में तीन लड़की व दो छोटे लडके है। छोटे लड़के की बाजू में पहले से चोट लगी है। गांव वालों ने डायल 112 को सूचना दी, तब थाने से सिपाही, दरोगा आये और लाश को उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
फाँसी के फंदे से लटकता मिला 35 वर्षीय मजदूर का शव